10 Lines on Rani Lakshmi Bai in Hindi इस लेख में हमने आपके साथ रानी लक्ष्मी बाई के 10 लाइन वाले निबंध पसंद आए होंगे। यह निबंध रानी लक्ष्मीबाई पर लिखा गया है। इस लेख में आप को 10 line Rani Lakshmi Bai पर लिखी है। यह लेख विद्यार्थीयो के लिए है बहुत सी बार विद्यार्थी रानी लक्ष्मीबाई पर 10 लाइन लिखने के लिए खोजते है। इस लेख में सभी विद्यार्थियों का समाधान हो चुका है क्योंकि इस लेख से वह रानी लक्ष्मीबाई के बारे में बड़ी आसानी से 10 line जान सकते हैं।
Set 1 (रानी लक्ष्मी बाई के बारे में 10 लाइन : 10 Lines on Rani Lakshmi Bai in Hindi)
- रानी लक्ष्मी बाई भारत की एक महान योद्धा थी।
- उन्हें “झांसी की रानी” के नाम से भी जाना जाता है।
- उनका जन्म 19 नवंबर 1828 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में हुआ था।
- उनके पिता का नाम मोरोपंत तांबे और माता का नाम भागीरथी बाई था।
- रानी लक्ष्मी बाई का जन्म के समय नाम मणिकर्णिका व उपनाम मनु था।
- उनका विवाह झांसी के शासक राजा गंगाधर राव के साथ हुआ था।
- झांसी को बचाने के लिए रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों से बड़ी बहादुरी से युद्ध किया।
- वह ग्वालियर के पास लड़ते हुए बुरी तरह घायल हो गई थी।
- उस ने अंग्रजों के सामने आत्मसमर्पण नही किया और लड़ते हुए वीर गति को प्राप्त हुई।
- रानी लक्ष्मीबाई भारत के इतिहास में आज भी अमर है।
Set 2 रानी लक्ष्मी बाई के बारे में 10 वाक्य : 10 Lines on Rani Lakshmi Bai in Hindi
- रानी लक्ष्मी बाई भारत की एक महान वीरांगना थी।
- उनका जन्म वाराणसी जिले में 19 नवंबर 1828 को हुआ था।
- उनके पिताजी का नाम मोरोपंत तांबे और माता जी का नाम भागीरथी बाई था।
- रानी लक्ष्मी बाई का बचपन का नाम मणिकर्णिका था। लेकिन उन्हें प्यार से मनु भी कहा जाता था।
- रानी लक्ष्मी बाई बचपन से ही युद्ध कला में निपुण थी।
- उनका विवाह झांसी के राजा गंगाधर राव से हुआ और वह झांसी की रानी बनी।
- अंग्रेजों को सबक सिखाने के लिए उन्होंने ” मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी” यह घोषणा की।
- उन्होंने 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण सहयोग दिया।
- 18 जून 1858 को वह अंग्रेजों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुई।
- रानी लक्ष्मी बाई द्वारा दिखाई गई वीरता दुनिया की सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है।
Set 3 रानी लक्ष्मी बाई के बारे में 10 लाइन
- रानी लक्ष्मी बाई को झांसी की रानी के नाम से भी जाना जाता है।
- उनका जन्म 19 नवंबर 1828 में काशी ( वाराणसी) में हुआ था।
- मोरोपंत तांबे उनके पिताजी का नाम था और भागीरथी बाई उन की माता जी का नाम था।
- इन्हे बचपन में मणिकर्णिका के नाम से जाना जाता था वह प्यार से मनु कहा जाता था।
- चौदह वर्ष से कम आयु में इन का विवाह झांसी के राजा गंगाधर राव से कर दिया था।
- इन्होंने 18 वर्ष की आयु में ही झांसी की बागड़ोर संभाल ली।
- यह बहुत ही सुंदर चतुर और शस्त्र कला में निपुण थी।
- इन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान दिया।
- रानी युद्ध में लड़ने वाली वीरांगना थी जिसमें देशभक्ति की भावना कूट कूट कर भरी हुई थी।
- 18 जून 1858 को लड़ते-लड़ते ग्वालियर में इन्हें वीरगति प्राप्त हुई।
Set 4 रानी लक्ष्मी बाई के बारे में 10 लाइन
- रानी लक्ष्मी बाई एक महान वीरांगना थी।
- उनका असली नाम मणिकर्णिका था।
- प्यार से सभी उन्हें मनु कहते थे।
- लक्ष्मी बाई का जन्म 19 नवंबर 1828 में काशी के मराठा परिवार में हुआ था।
- उनके पिता का नाम मोरोपंत तांबे वह माता का नाम भागीरथी बाई था।
- यह बचपन से ही युद्ध कला में निपुण थी।
- उन्हें घुड़सवारी, तलवारबाजी और तीरंदाजी का बचपन से ही शौक था।
- उनका विवाह 14 वर्ष की आयु में झांसी के राजा गंगाधर राव के साथ हुआ था। तभी से उन्हे झांसी की रानी कहां जाने लगा।
- रानी ने अपने राज्य को बचाने हेतु अंग्रेजों से लड़ते हुए 23 वर्ष की उम्र में वीरगति प्राप्त की।
- रानी लक्ष्मी बाई का निधन ग्वालियर में 18 जून 1858 को हुआ था।
FAQs
रानी लक्ष्मी बाई का पुराना नाम क्या था?
रानी लक्ष्मी का पुराना नाम मणिकर्णिका था जब इन की शादी झांसी के महाराज राव गंगाधर के साथ हुई तभी से इन्हे झांसी की रानी कहा जाने लगा। इन्हे रानी लक्ष्मी बाई भी कहते है।
रानी लक्ष्मी बाई की शादी कैससे हुई?
रानी लक्ष्मी बाई की शादी 14 वर्ष की आयु में राव गंगाधर के साथ हुई जो की झांसी राज्य के राजा थे।
Last Word:-
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