Mulakat Shayari यहाँ आपको Mulakat Shayari का एक लुभावना संग्रह मिलेगा, चाहे वो पहली मुलाक़ात हो, आखिरी मुलाक़ात हो, अधूरी मुलाक़ात हो या सपनों में मुलाक़ात हो। किसी से मिलने का अनुभव जीवन का एक सार्वभौमिक हिस्सा है, इस बात की अनिश्चितता से भरा हुआ कि ये पल कब और कहाँ होंगे। कुछ मुलाक़ातें खुशी देती हैं, जबकि कुछ दुख दे सकती हैं। Love में होने वाली मुलाक़ातें हमेशा संजो कर रखी जाती हैं, हालाँकि कभी-कभी वे अधूरी रह जाती हैं, जिससे एक दर्द रह जाता है।
हमारी Mulakat Shayari इन मुलाक़ातों की भावनाओं और बारीकियों को खूबसूरती से पकड़ती है। इन दिल को छू लेने वाली शायरियों में डूब जाएँ और उन्हें अपनी मुलाक़ातों की गहरी भावनाओं को व्यक्त करने दें।
Pehli Mulakat Shayari
जब हम उनसे मिले तब थी हमारी पहली मुलाकात,
लबों पर थी खामोशी और नजरें कर रही थी बाते ।
पूरी दुनियां के जज्बात एक तरफ,
तुमसे वो पहली मुलाकात एक तरफ।
बारिश के मौसम में वो हमसे पहली बार मिले,
खुशबू थी फिजाओं में और प्यार के थे फूल खिले।
उन्होंने मुझसे पूछा तोहफे में क्या चाहिए
हमने कहा की वो मुलाकात जो कभी ख़त्म ना हो।
उनसे पहली मुलाकात का यारों क्या बताऊं फसाना,
दिल से जुड़ गए दिल और बन गया अफसाना।
मुलाकात तो आज भी तुमसे हो जाती है,
मेरे ख्वाब किसी मजबूरी के मोहताज नहीं होते है।
पहली मुलाकात की शायरी
दुनियां से छुपकर हम पहली बार मिले,
मिलकर मानों दो दिलों के गुल खिले,
अब तो हर रोज उनसे मुलाकात की ख्वाहिश है,
आंखों में सिर्फ उनकी तस्वीर छाई है।
जब भी करनी होगी तुमसे मुलाकात,
तेरे ख्वाबों में आजाएंगे हम उसी रात।
आंखों में चमक आ गई जब हम मिले पहली बार,
दिल में बस गया चेहरा हमको हो गया उनसे प्यार।
मुलाकात हुई उनसे कुछ यूं सहमी हुई निगाहों से,
ना मैने कुछ कहा ना उन्होंने उफ्फ की।
आज मुलाकात हुई पहली बार,
पहली बार में ही जुड़ गए दिल के तार,
अवसर पर सिर्फ उनका ही धुन सवार,
क्या बताऊं यारो ऐसे ही होता है प्यार।
कौन कहता है मुलाक़ात मेरी आज की है,
तू मेरी रूह के अंदर है कई सदियों से ।
हमने पहली बार देखा उनको,
तो लगा जिंदगी से हुई मुलाकात,
आंखों ने बयां कर दिया सब कुछ,
लबों से कुछ भी नहीं हुई बात।
First Mulakat Shayari
तेरी तस्वीर ही बहुत है बात करने को
अब तुझसे मिन्नते कौन करें एक मुलाकात करने को।
सर्द मौसम की सुहानी रात थी,
आसमान में तारों की बारात थी,
फूलों से सजा था जहां सारा,
वो हमारी पहली मुलाकात थी।
मुलाक़ात का सिलसिला उनसे यूँ चलता रहा
जब मोहब्बत हुई तो इज़हार भी यूँ होता रहा।
अगर हो वक़्त तो मुलाकात कीजिये,
दिल कुछ कहना चाहे तो बात कीजिये,
यूं तो मुशकिल है तुमसे दूर रहना,अगर
लम्हा एक मिल जाये तो हमको याद कीजिये।
मेरी नजरो को आज भी तलाश है तेरी,
बिन तेरे ख़ुशी भी उदास है मेरी,
खुदा से मांगा है तो सिर्फ इतना,
मरने से पहले आपसे मुलाक़ात हो मेरी।
पहली मुलाकात में ही दिल मेरा खो गया कहीं,
नींद उड़ गई आंखों की और चैन खो गया कहीं।
कुछ ऐसा अंदाज था उनकी हर अदा में,
की पहली बार में ही हमें उनसे प्यार हो गया।
उनसे मिलने की एक आस थी,
वो मुलाकात भी बहुत खास थी,
तारों से सजा था आसमान सारा,
और मेरी जिंदगी मेरे पास थी।
दिन हुआ है तो रात भी होगी
हो मत उदास बात भी होगी
इतने प्यार से दोस्ती की है आपसे
ज़िन्दगी रही तो मुलाक़ात भी होगी।
इस अदा से मिले वो हमसे कि,हमें उनसे एतबार हो गया,
वो मुलाकात थी पहली और हमें उनसे प्यार हो गया।
पहली मुलाकात में देखी मैंने उनकी प्यारी सी सूरत,
और उसी पल बन गए वो जिंदगी की जरूरत।
पहली दफा मिले और पहली मुलाकात बन गई यादगार
अब तो बस यही दिल करता है कि उनसे मिलूं हर बार।
जब हमारी पहली बार मुलाकात हो रही थी,
ऐसा लग रहा था मानों फूलों की बरसात हाे रही थी।
पहली ही मुलाकात में जादू छा गया उनकी बातों का,
दिल दे बैठे उनको दिन में, चैन छिन गया रातों का।
उनको देखा पहली बार तो दिल में करार आ गया,
आंखों के नशे में खो से गए और उन पर प्यार आ गया।
दिल दे बैठा मैं उनको सिर्फ इशारों-इशारों में,
दिल हुआ घायल और प्यार हो गया उनसे पहली मुलाकात में।
फूल सा खिलता हुआ चेहरा तेरा देखकर हम यूं ही खो गए,
वो पहली मुलाकात थी और हम प्यार में पागल से हो गए।
काबू में ना थे हमारे जजबात,
सुहानी सी लग रही थी वो रात,
लब थे चुप, नजरें कर रहीं थी बात,
कुछ ऐसी थी वो पहली मुलाकात।
आखिरी मुलाकात की शायरी
उस दिन हुई हमारी हर बात आखिरी थी,
तुम्हारे साथ गुजारी वो रात आखिरी थी,
हमने सोचा बिताएंगे जिंदगी तुम्हारे साथ,
पर क्या पता था वो मुलाकात आखिरी थी।
ना ही किसी और के और ना हुए हम तुम्हारे ,
आखिरी मुलाकात के बाद मानों हो गए बेसहारे।
दिल में एक टीस उठती है आज भी,
तुम याद बहुत आते हो आज भी,
वो आखिरी मुलाकात में आखिरी अल्फाज तेरे,
शायद वो मेरी जिंदगी की आखिरी हसीन बरसात थी,
तुमसे मिलकर बिछड़ जाना वो आखिरी मुलाकात थी।
Akhri mulakat shayari
भरी बरसात में तुम हमें छोड़ गए,
हमको तन्हा कर क्यों मुंह मोड़ गए,
चाहते तो बिता सकते थे पूरा जीवन मेरे साथ,
आखिरी मुलाकात में मेरे दिल को तोड़ गए।
तेरी हर बात ने मुझे उस दिन हैरान कर दिया,
उस आखिरी मुलाकात ने मुझे परेशान कर दिया।
aakhri Mulakat Shayari
मैं तेरी याद में रात भर नहीं सोया, आखिरी मुलाकात के बाद,
सच कहो क्या तुम्हारा दिल नहीं रोया,आखिरी मुलाकात के बाद।
एक बार फिर मेरे दिल पर हाथ रख लो,
एक बार फिर मेरे जजबात तो पढ़ लो,
अपने लिए ना सही मेरे दिल के लिए,
आखिरी ही सही मुलाकात तो कर लो।
कुछ यूं कशिश रह गई दिल में आखिरी मुलाकात की,
ऐ बेकदर तुने भी कदर ना की मेरे किसी जजबात की।
Last mulakat shayari
हाथों में थे हाथ और आंसू बह रहे थे बनके जजबात,
लबों पर थी मायूसी ऐसी थी हमारी आखिरी मुलाकात।
ना ही कोई लड़ाई हुई और ना ही हुई बात,
तुम आए और यूं ही चल दिए,
दिल में बस गई आखिरी मुलाकात।
उस आखिरी मुलाकात में,
रो दिया दिल तेरी हर बात में,
जिंदगी में छा गया अंधेरा,
उस दिन की चांदनी रात में।
छूट गया था साथ, बंद हो गई थी बात,
तुम अलग थे हम अलग,वो थी आखिरी मुलाकात।
एक बार फिर होश खो जाने दो,
एक बार फिर दिल लग जाने दो,
आखिरी बार ही सही मिल जाओ मुझे तुम,
और फिर खुशियों की बरसात हो जाने दो।
Akhri mulakat shayari in hindi
वो हंसने की आदत तेरी,
मेरे दिल में बस कर रह गई,
आखिरी मुलाकात की शाम सुहानी,
मेरी जिंदगी में अंधेरा कर गई।
हर मुलाकात पर गले लगाने वाले,
तूने तो मेरा दिल तोड़ दिया,
कह कर कि ये मुलाकात है आखिरी,
तूने तो हर रिश्ता तोड़ दिया।
तेरा हसते हुए यूं मुझे छोड़कर जाना बहुत याद आता है,
आखिरी मुलाकात का वो अखिरी तराना बहुत याद आता है।
जिंदगी भर का साथ छोड़ो,
चलो आखिरी बात करते हैं,
अपने-अपने दिल की बात बयां करते हैं,
चलो आखिरी मुलाकात करते हैं।
akhri Mulakat Shayari
पतझड़ में खिले थे फूल,
जब तेरी मुझसे बात हुई थी,
आसमान भी रो दिया था,
जब आखिरी मुलाकात हुई थी।
कुछ तुम्हें कहना था कुछ हमें सुनना था,
बस इतनी सी बात थी,
ना तुमने कुछ कहा, ना सुना हमने कुछ भी,
वो आखिरी मुलाकात थी।
अधूरी मुलाकात की शायरी
उनसे कुछ बात अधूरी रह गई,
दिल की हर आस अधूरी रह गई,
वो मिले फिर मिलकर चल दिए,
लगा कि मुलाकात अधूरी रह गई।
वो मिले, मिलकर चल दिए, हुई नहीं कुछ बात,
लो फिर याद आ गई वो अधूरी मुलाकात।
हर दिन हुआ करती थी उनसे मुलाकात,
प्यार भरी बातें और मोहब्बत का इजहार,
लेकिन आज जब नहीं है उनका साथ,
तो हर समय रहता है सिर्फ उनका इंतजार।
पास बैठे थे वो मेरे फिर भी कुछ दूरी ही रही,
हाथों में था हाथ फिर भी मुलाकात अधूरी ही रही।
Adhuri mulakat shayari
तेरी उस अधूरी मुलाकात ने मुझे परेशान कर दिया,
और तुमने सोचा कि मिलकर के एहसान कर दिया।
जुबा से कहूं तो दिल की बात पूरी नहीं होगी,
पास बैठो सुकून से तो मुलाकात अधूरी नहीं होगी।
मिलकर भी तुमने देखा नहीं,
आखिर क्या थी ऐसी मजबूरी,
नाम के लिए मिलने आए थे,
ये भी मुलाकात रह गई अधूरी।
ये मुलाकात अधूरी है,
दिल की बात अधूरी है,
तुम्हारे बिना कैसे काटे,
तेरे बिना मेरा हर दिन हर रात अधूरी है।
दिल में छुपी है वो बात तो कर,
थोड़ी ही सही कोशिश तो कर,
आजाओ कब से बैठा हूं इंतजार में,
अधूरी ही सही मुलाकात तो कर।
Adhuri mulakat shayari in hindi
तारों की रात अधूरी,
तुमसे दिल की बात अधूरी,
देख ना लूं जी भर कर जब तक,
तुमसे हर मुलाकात अधूरी।
अधूरी मुलाकात थी, आंसू की बरसात थी,
छोड़ दिया तूने मुझको तू मेरी कायनात थी।
मुलाकात के वो अधूरे किस्से रह गए,
जुदाई के दर्द बस मेरे हिस्से रह गए,
तुम तो मिल ही सकते थे किसी बहाने से,
लेकिन तेरे सितम को हम हस्ते हस्ते सह गए।
दिल की बात अभी अधूरी है,
तेरी मेरी मुलाकात अभी अधूरी है,
बहुत कुछ कहना है तुझसे मिलकर,
तेरे बिना मेरी कायनात अधूरी है।
अधूरे से रह गए हैं हम, तेरी इन अधूरी मुलाकातों में,
जान निकल जाती है मेरी, तेरी इन जुदाई वाली बातों में।
छोड़ कर चले गए यूं, हमसे क्या बेरुखी थी,
मिले थे जब हमसे वो मुलाकात ही अधूरी थी।
कुछ तुम कहते कुछ हम कहते, तो ही बात पूरी है,
ना तुम कुछ कहो और ना हम, यूं तो मुलकात अधूरी है।
Kuchh tum kahte kuchh ham kahte to hi baat puri hai
Na tum kuchh kaho aur na ham, yun to mulakat adhuri hai.
Adhuri mulakat shayari hindi
लबों ने लबों से कुछ ना कहा और बात पूरी हो गई,
लेकिन फिर भी ऐसा लगा कि मुलाकात अधूरी हो गई।
दिल में जो बातें हैं उन्हें पूरी ना कीजिए,
जब मन हो मिल लीजिए,
मुलाकात को अधूरा ना कीजिए।
कब हमारे दिल की बात पूरी हुई है,
उनसे मिलने पर भी, हर मुलाकात अधूरी हुई है।
आंखों में थे आंसू जुदाई के पर दिल की बात पूरी ना हो सकी,
मिले नहीं उनसे कभी पर आखिरी मुलाकात पूरी ना हो सकी।
सपनो में मुलाकात शायरी
चलो फिर से वही हंसी दिल की बात करते हैं,
हकीकत में ना सही सपनों में मुलाकात करते हैं।
जुदाई का गम ही सही वही रहने दो,
दिल की हर बात का सिला रहने दो,
सामने आकर मिलना मुश्किल है बहुत
सपनों में मुलाकात का सिलसिला रहने दो।
जब भी करनी होगी तुमसे मुलाकात,
तेरे ख्वाबों में आजाएंगे हम उसी रात।
हकीकत से अच्छे सपने ही सही हैं,
कम से कम तुमसे मुलाकात तो होती है,
तेरे सामने कुछ भी कहने की हिम्मत नहीं,
सपनों में आकर दिल की बातें तो होती हैं।
आज उनसे सपनों में हंसी मुलाकात हुई,
सुबह जब टूटा सपना तो जम के बरसात हुई।
Sapno me mulakat shayari
जिसे समझ रहे थे अपना,
कहां वो अपना निकला,
मिल रहे थे जिससे बरसों से,
वो तो बस एक सपना निकला।
तुमसे मिलकर हम अपने,
दिल की हर बात कह गए,
मुलाकात हुई थी सपनों में,
सुबह हम तन्हा रह गए।
आज भी तुमसे हो जाती हैं मुलाकातें,
सपनों में ही सही लेकिन हो जाती हैं दिल की बातें।
काश तेरा साथ कभी छूटे ना,
तू मुझसे कभी रूठे ना,
जिस सपने में हो मुलाकात तुमसे,
काश वो सपना टूटे ना।
Sapno me mulakat shayari in hindi
मेरी भूल थी कि मैंने तुझे कभी अपना मान लिया,
जा तेरा मिलना भी मैंने अब सपना मान लिया।
दिल से दिल की बात तो किया करो,
इस दिल लगी का जाम तो पिया करो,
माना मुश्किल से मिल पाते हैं हम रोजाना,
सपनों में ही सही मुलाकात तो किया करो।
कभी हम रूठें तो हमें भी मना लेना,
जिंदगी की राहों में साथ निभा लेना,
मिलने का मन हो और ना मिल पाओ तो,
सपनों में मुलाकात का बहाना बना लेना।
छुपाओ मत अपने दिल की हर बात बताया करो,
मिलने के लिए ही सही, सपनों में आ जाया करो।
दिल की बात करने के लिए अपने बहुत जरूरी हैं,
दिल की हर बात करने के लिए सपने बहुत जरूरी हैं।
तेरी हर बात में अपने सवालों का जवाब देखता हूं,
दिन में सो जाता हूं और तेरी मुलाकात के ख्वाब देखता हूं।
जब भी मिलते हैं वो हम से,
हम उनकी आंखों में खोए रहते हैं,
ख्वाबों में मिलते हैं वो मुझसे रोजाना,
इसलिए हम देर तक सोए रहते हैं।